इस पोस्ट में मेरे ब्लॉग के फॉलोवर/अनुसरणकर्ता के हिंदी पोस्ट के लिंक के साथ उस पोस्ट के प्रति मेरी भावाभिव्यक्ति सलंग्न रहती है। पोस्ट का चयन साप्ताहिक आधार पर होता है।
मित्र-मंडली प्रकाशन का उद्देश्य मेरे मित्रों की रचना को ज्यादा से ज्यादा पाठकों तक पहुँचाना है।
आप सभी पाठकगण से निवेदन है कि दिए गए लिंक के पोस्ट को पढ़ कर टिपण्णी के माध्यम से अपने विचार जरूर लिखें। यकीं करें ! आपके द्वारा दिया गया विचार लेखकों के लिए अनमोल होगा।
प्रार्थी
राकेश कुमार श्रीवास्तव "राही"
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मित्र मंडली -51
इस सप्ताह के सात रचनाकार
मित्र मंडली -51
इस सप्ताह के सात रचनाकार
इस सप्ताह के सात रचनाकार
श्वेता सिन्हा जी
"शिद्दत से चाहना तो बस में है परन्तु उनकी यादों को हम कहाँ मिटा पाते हैं। सुन्दर भाव पूर्ण प्रस्तुति। "
कविता रावत जी
"बाल सुलभ कविता लिखना इंगित करता है कि अभी भी अंदर बच्चा जैसा दिल ज़िन्दा है। सुन्दर प्रस्तुति । "
आनन्द प्रेम का...
यशोदा अग्रवाल
"प्रेम अपरिभाषित है परन्तु शाश्वत भी है। इसके बिना सृष्टि की कल्पना नहीं की जा सकती। इसी कथनी को पुनः स्थापित करती सुन्दर कविता। "
कविता वह मकरंद है.....
मीना शर्मा जी
उम्र के छलावे ...
दिगम्बर नसवा जी
सुशील कुमार जोशी जी
विप्रलब्धा
पुरषोत्तम कुमार सिन्हा जी
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 15-01-2018 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 15-01-2018 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मित्र मंडली -50
इस सप्ताह के सात रचनाकार
मित्र मंडली -50
इस सप्ताह के सात रचनाकार
ना जाने कितने मौसम बदलेंगे.....
यशोदा अग्रवाल
"जीवन अनिश्चितता के सिद्धांत पर चलता है और इसी को स्वीकार कर हँसते और खुशियाँ बाँटते जीवन व्यतीत करना चाहिए। सुन्दर सीख देती कविता । "
"दुनियादारी"
मीना भारद्वाज जी
"समझदार होना कभी-कभी मानसिक पीड़ा दे जाती है और मन सोचता है कि हम बच्चों जैसा व्यवहार क्यों नहीं करते जिसमें भाई-चारा एवं शान्ति है। सुन्दर प्रस्तुति। "
साल अठरवां लागा रे
"अठारहवां साल व्यस्क होने का सूचक है और इसी सन्दर्भ में अपनी हालात और जिम्मेदारी की जायजा लेती सुन्दर कविता। सुन्दर प्रस्तुति। "
हैप्पी क्रिसमस मेरी क्रिसमस जैसे कह रहे हों राम ईसा मसीह से आज कुछ ऐसी सोच जगायें
यूँ समय सरकता जाता है
विश्व मोहन जी
बचा कर के टांगें निकलना पड़ेगा ...
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 08-01-2018 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 08-01-2018 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
Renu
सुशील कुमार जोशी (SKJoshi) via Google+
Meena Bhardwaj
Vishwa Mohan
Dhruv Singh (एकलव्य)
Ravindra Singh Yadav
सुशील कुमार जोशी (SKJoshi)
Kavita Rawat
shakuntla shaku
yashoda agrawal
Pammi Singh
sweta sinha
Dr.pratibha sowaty
Team Book Bazooka
मित्र मंडली -49
इस सप्ताह के सात रचनाकार
तुम्हारा मौन --- कविता --
रेणु बाला जी
"पुरुष और प्रकृति के संबंधों को स्वीकारती और "इस से विमुख हो कर जीवन नहीं है" के सिद्धांत को समझाकर जीवन जीने का सन्देश देती सुन्दर मुक्त कविता । सुन्दर प्रस्तुति। "
दो बालगीत
मीना शर्मा जी
कविता "शीत की बयार है"
राधा तिवारी जी
यह जिंदगी
अनु अन्न लागुरी जी
"मानवता के धर्म को सर्वोपरि मानती एवं संवेदनशीलता को न खोकर, जीवन जीने की सन्देश देती सुन्दर कविता। "
इश्वर और मैं
रिंकी राउत जी
"सर्वधर्म समभाव एवं सर्वे भवन्तु सुखिनः के साथ जीवन जीने की सन्देश देती सुन्दर कविता। "
सूरज तुम जग जाओ न
श्वेता सिन्हा जी
"सूरज को इस सर्द मौसम में जगाने के लिए मासूम मनुहार करती सुन्दर कविता और इसी प्रकार अगर हम अपने अंदर छिपे सूरज को भी मनुहार कर जगाए और तेज़ बिखेरे तो समाज का भी भला हो । "
रो रही हैं आज क्यों फिर पुतलियाँ ...
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 01-01-2018 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मेरी दो प्रस्तुति :
1. फोटोग्राफी : पक्षी 40 (Photography : Bird 40 )
2. परिवेश
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 01-01-2018 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मेरी दो प्रस्तुति :
1. फोटोग्राफी : पक्षी 40 (Photography : Bird 40 )
2. परिवेश
Meena Sharma
अनीता लागुरी (अनु)
Digamber Naswa
Dhruv Singh (एकलव्य)
Ravindra Singh Yadav
Renu
sweta sinha
मित्र मंडली -48
इस सप्ताह के सात रचनाकार
सारा सब कुछ अभी ही लिख देगा क्या माना लिख भी लेगा तो आगे फिर लिखने के लिये कुछ भी नहीं बचेगा क्या ?
सुशील कुमार जोशी जी
'छोटू' साहित्यकार
ध्रुव सिंह जी
या फिर हमें भी इक चराग़ लेने दो ...
दिगम्बर नसवा जी
एक जनाजा निकला है बिन मौसम का .........
क्षणिकाएं
कैलाश शर्मा जी
कत्ल
पुरषोत्तम कुमार सिन्हा जी
"अपनी भावनाओं को कुचल कर दुनियादारी की राह पर चलने की वेदना को शिद्दत से महसूस कराती कविता। सुन्दर भावाभिव्यक्ति।"
ओस की बूंदों से
लोकेश नशीने जी
1. आत्म-स्वीकारोक्ति
मित्र मंडली -47
इस सप्ताह के नौ रचनाकार
"फरके रोटियों की कौन पैदा करता हैं।
अनु अन्न लागुरी जी
जब हम बने सर्पमित्र !
मीना शर्मा जी
उड़ चला है वक्त.....
यशोदा अग्रवाल
कविता "तुम मेरे मम्मी-पापा हो"
राधा तिवारी जी
"मैं"
मीना भारद्वाज जी
फिर चोट खाई दिल ने ---कविता --
रेणु बाला जी
हाँ मैं ख़्वाब लिखती हूँ
श्वेता सिन्हा जी
व्यर्थ का अर्थ
पुरषोत्तम कुमार सिन्हा जी
सखी : सागर की मोती
प्रकाश साह जी
1. फोटोग्राफी : पक्षी 38 (Photography : Bird 38 )
राकेश कुमार श्रीवास्तव राही shared this via Google+
राकेश कुमार श्रीवास्तव राही via Google+
Ravindra Singh Yadav
Prakash Sah
Meena Bhardwaj
Meena Sharma
Meena Sharma
Renu
yashoda agrawal
Digamber Naswa
Nitu Thakur
shakuntla shaku
सुशील कुमार जोशी (SKJoshi)
sweta sinha
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मित्र मंडली -46
इस सप्ताह ब्लॉग जगत/मित्र-मंडली के पाँच नवोदित रचनाकार
इन पाँच नवोदित रचनाकारों को आपका आशीष, स्नेह, प्रोत्साहन एवं मार्गदर्शन दें और इनके ब्लॉग का अनुशरण करें।
सनम अब मुस्कुराओ तुम
नीतू ठाकुर जी
"आदत"
मीना भारद्वाज जी
वो पगली...!
अनु अन्न लागुरी जी
जीवा ---कहानी --
रेणु बाला जी
गीत "तुम्हें देखूं तुम्हें छू लूं"
राधा तिवारी जी
इस सप्ताह इनकी कोई नई रचना नहीं पोस्ट हुई है।
प्रकाश साह जी
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 11-12-2017 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मेरी दो प्रस्तुति :
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 11-12-2017 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मेरी दो प्रस्तुति :
1.संगति
2. एक छोटी सी प्रेम-कहानी
मित्र मंडली -45
इस सप्ताह के पाँच रचनाकार
एक लड़की.......कथा काव्य
श्वेता सिन्हा जी
दोहे "करता क्यों अभिमान"
राधा तिवारी जी
हम तरक्की के सौपान चढ़ते रहे ...
दिगम्बर नसवा जी
हाँ मनुष्य हूँ
पुरषोत्तम कुमार सिन्हा जी
"पुनरावृत्ति"
ध्रुव सिंह जी
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 04-12-2017 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मेरी दो प्रस्तुति :
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 04-12-2017 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मेरी दो प्रस्तुति :
1. फोटोग्राफी : पक्षी 36 (Photography : Bird 36 )
2. फोटोग्राफी : पक्षी 37 (Photography : Bird 37 )
मित्र मंडली -44
इस सप्ताह के नौ रचनाकार
तुम कवि हो...पर मै.......!
अनु अन्न लागुरी जी
"कहते हैं ''जहाँ न पहुंचे रवि वहां पहुंचे कवि'' परन्तु जब कोई किसी वेदना और हर्ष को जीता है तो क्या कवि उस पीड़ा या सुख को कलमबंद कर सकता है कर भी लिया तो क्या उसकी रचना, पीड़ा या सुख भोगने वालों की बराबरी कर पाएगा, शायद नहीं। भोगने और कल्पना करने में आसमां और जमीं का अंतर है। सुन्दर कविता एवं प्रस्तुति "
रूठे हैं अपने ही.....
दो दिन का इश्क़
श्वेता सिन्हा जी
शहद है तू !
मीना शर्मा जी
दोहे "नारी बहुत अनूप"
राधा तिवारी जी
ये कहानी भी सुनानी, है अभी तक गाँव में ...
दिगम्बर नसवा जी
"गाँव के साथ जुड़ी उसकी यादों को बखूबी पेश किया है इस सुन्दर ग़ज़ल में , मन केवल वाह !वाह !वाह ! कहना चाहता है । "
"गाँव के साथ जुड़ी उसकी यादों को बखूबी पेश किया है इस सुन्दर ग़ज़ल में , मन केवल वाह !वाह !वाह ! कहना चाहता है । "
माँ, बेटा और प्रश्न
पुरषोत्तम कुमार सिन्हा जी
''अवशेष''
ध्रुव सिंह जी
धूर्त फ़िल्मकार
रवींद्र सिंह यादव जी
"समसामयिक घटना से आहत मन, एक कविता के रूप में प्रस्तुत है। सुन्दर कविता एवं प्रस्तुति। "
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 27-11-2017 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मेरी दो प्रस्तुति :
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 27-11-2017 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मेरी दो प्रस्तुति :
1. शरद पूर्णिमा
2. हरिके वेटलैंड एवं वन्यजीव अभ्यारण्य (भाग-1)
मित्र मंडली -43
आज तो पौ बारह हो गया, इस सप्ताह के बारह रचनाकार
नग़मों का आना जाना है !
मीना शर्मा जी
ज़िंदगी के गीत खुल के गाइए ...
दिगम्बर नसवा जी
अब नहीं लौटेगा आहत मन..
उपासना स्याग जी
रूबरू
पुरषोत्तम कुमार सिन्हा जी
"मां मैं तेरा बछड़ा हूँ"
राधा तिवारी जी
अष्टावक्र गीता - भाव पद्यानुवाद (पेंतालीसवीं कड़ी)
कैलाश शर्मा जी
आरक्षण और बेरोजगारी.........
सुधा देवरानी जी
"आज की ज्वलंत समस्या पर लिखी एक सुन्दर भावपूर्ण कविता। "
"आज की ज्वलंत समस्या पर लिखी एक सुन्दर भावपूर्ण कविता। "
हर लम्हां गुजरता है
लोकेश नशीने जी
जीवन की विडम्बनाएँ
अनन्या
विश्व मोहन जी
कविताएँ रची जाती.....
श्वेता सिन्हा जी
समाई हुई हैं इसी जिन्दगी में
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 20-11-2017 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मेरी दो प्रस्तुति :
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 20-11-2017 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मेरी दो प्रस्तुति :
1. फोटोग्राफी : पक्षी 34 (Photography : Bird 34 )
2. फोटोग्राफी : पक्षी 35 (Photography : Bird 35 )
मित्र मंडली -42
इस सप्ताह के एक पर एक, ग्यारह रचनाकार
पुनः और पुनः ....
माँ अब समझी हूँ प्यार तुम्हारा-------- कविता ---------
रेणु बाला जी
"धन्य है माँ जो सभी तकलीफों के संताप को अपने संतान को देख कर ही भूल जाती है। सुन्दर भावनाओं का उद्दगार करती कविता। "
अंधेरा काटकर सूरज दिखाती कविता
कविता रावत जी
शरद का स्वागत
श्वेता सिन्हा जी
आदमी खोदता है आदमी में एक आदमी बोने के लिये एक आदमी
सुशील कुमार जोशी जी
गुज़रे थे मेरे दिन भी कुछ माँ की इबादत में ...
दिगम्बर नसवा जी
दीवाली बाज़ार
अमित अग्रवाल जी
दर्द का तूफ़ान लेकर, धीमे धीमे दौड़िये
सतीश सक्सेना जी
''सती की तरह''
ध्रुव सिंह जी
हार-जीत
पुरषोत्तम कुमार सिन्हा जी
100 के आगे 100 के पीछे
रवींद्र सिंह यादव जी
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 13-11-2017 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मेरी दो प्रस्तुति :
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 13-11-2017 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मेरी दो प्रस्तुति :
1.
फोटोग्राफी : पक्षी 32 (Photography : Bird 32 )
2.
फोटोग्राफी : पक्षी 33 (Photography : Bird 33 )
मित्र मंडली -41
इस सप्ताह के सात महिला रचनाकार
आज से प्रारम्भ विश्व प्रसिद्ध छठ पूजा
कल सपने में ------------- नवगीत ---
रेणु बाला जी
"जीवन में एक ऐसा पड़ाव आता है जब दो युगल प्रेमी के बीच आत्मिक प्रेम उत्पन्न हो जाता है कोई शिकवा शिकायत नहीं रहती केवल प्यार ही प्यार होता है और जीवन के उसी पल को बहुत ही रूमानी अंदाज में प्रस्तुत है यह सुन्दर कविता है । "
"समझदारी, सफलता , अज्ञानता ,कमजोरी एवं शक्तिशाली के भेद को समझाती सुन्दर कविता। "
भटकती है वह यूँ ही कस्तूरी मृग सी
उपासना स्याग जी
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 06-11-2017 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मेरी दो प्रस्तुति :
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 06-11-2017 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मेरी दो प्रस्तुति :
1. फोटोग्राफी : पक्षी 30 (Photography : Bird 30 )
2. फोटोग्राफी : पक्षी 31 (Photography : Bird 31 )
मित्र मंडली -40
इस सप्ताह के सात रचनाकार
धन तेरस
रवींद्र सिंह यादव जी
खामोशियाँ गुल खिलाती हैं !
मीना शर्मा जी
"खामोशियाँ अक्सर गुल खिलाती , कभी गम के कभी, कोमल एहसासों के तो कभी बेबसी के। बहुत ही सुन्दर रचना। "
"शहीदों को नमन करती सुन्दर हाइकु। सुन्दर प्रस्तुति। "
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 30-10-2017 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मेरी दो प्रस्तुति :
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 30-10-2017 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मेरी दो प्रस्तुति :
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